हरियाणवी संत साहित्य मेंनैतिकमूल्य
सीमा
Page No. : 51-54
ABSTRACT
पुरानेकाल से वर्तमानकालतकसंतों के ऋणी रहेंगेजिन्होंनेअपनेसद्भावों से जनकोजागृतकियाऔरसमाजमेंअह्म योगदानदिया।हरियाणाप्रदेशअनेकसंत-महात्माओं व महानपुरूषों की जन्मभूमि व कर्मभूमिरहीहै।इनमहानआत्माओं ने अपनेसत्य वचनों से विशुद्ध विचारों से पूरेसंसारकोसन्मार्ग का रास्तादिखाया।अनेकमहानसंतों ने इसीपावन धरा की मिट्टीमेंजन्मलियाजिनमेंगरीबदास, जैतराम, नित्यानन्द, निश्चलदास, दूलमदास, चरणदास, ताराचंदजी, घीसारामजी, संतोष सिंह का नाम लिए जासकताहै।
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