Archives

  • Home
  • Archive Details
image
image

बांसुरी ध्वनिविज्ञानरूसुगमसंगीत का एक मधुरविज्ञान

डॉ.नीलूरानी
Page No. : 48-52

ABSTRACT

बांसुरीकाष्ठ वाद्य परिवार का एक संगीतउपकरणहै।नरकटवालेकाष्ठ वाद्य उपकरणों के विपरीत, बांसुरी एक एरोफोन या बिनानरकटवालावायुउपकरणहैजो एक छिद्र के पारहवा के प्रवाह से ध्वनिउत्पन्नकरताहै।अपनेआधारतम रूपमेंबांसुरी एक खुलीनलिकाहोसकतीहैजिसेबोतल की तरहबजायाजाताहै।बांसुरी की कुछविस्तृतश्रेणियांहैं। ज्यादातरबांसुरियोंकोसंगीतकार या वादकओठ के किनारों से बजाताहै।होर्नबोस्टल-सैश्स के उपकरणवर्गीकरण के अनुसार, बांसुरीकोतीव्र-आघात एरोफोन के रूपमेंवर्गीकृत कियाजाताहै।बांसुरीवादकको एक फ्लूटप्लेयर, एक फ्लाउटिस्ट, एक फ्लूटिस्ट, या कभीकभी एक फ्लूटर के रूपमेंसंदर्भितकियाजाताहै।बांसुरीपूर्वकालीनज्ञातसंगीतउपकरणोंमें से एक है।करीब 40,000 से 35,000 सालपहले की तिथि की कईबांसुरियांजर्मनी के स्वाबियनअल्ब क्षेत्र मेंपाईगईहैं। यह बांसुरियांदर्शातीहैंकि यूरोपमें एक विकसितसंगीतपरंपराआधुनिकमानव की उपस्थिति के प्रारंभिककाल से हीअस्तित्वमेंहै।


FULL TEXT

Multidisciplinary Coverage

  • Agriculture
  • Applied Science
  • Biotechnology
  • Commerce & Management
  • Engineering
  • Human Social Science
  • Language & Literature
  • Mathematics & Statistics
  • Medical Research
  • Sanskrit & Vedic Sciences
image