महर्षि अरविन्द के साहित्य में निहित शैक्षिक तत्त्व, अध्यापक की भूमिका और स्थिति का अध्ययन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति से प्रासंगिकता
दिनेश कुमार, डॉ. एच. आर. घरपणकर
Page No. : 5-11
ABSTRACT
महर्षि अरविन्द और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 दोनों ने अध्यापक की भूमिका और स्थिति के संदर्भ में यह माना है कि, शिक्षा सम्बन्धी ज्ञान विद्यार्थियों को अध्यापकों द्वारा प्रदान करना चाहिए, न कि उन पर थोपना चाहिए। अध्यापक को विद्यार्थियों का एक सच्चा मित्र एवं पथ-प्रदर्शक होना चाहिए। जिस तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में कहा गया है कि अध्यापकों की व्यावसायिक व मर्यादा सम्बन्धी बुराइयांे को समाप्त करने के लिए व्यावसायिक व नैतिक संहिता तैयार करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अध्यापक उस मानदण्ड के अनुसार कार्य करे।
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