संत रविदास अपने सच्चे कर्म से महान और परम उच्चकोटि के पहुँचे हुए महान संत परमात्मा के समान थे। वे आध्यात्मिक ज्ञानी थे उनका आध्यात्मिक ज्ञान सुनकर उनके लाखों करोड़ों लोग अनुयायी और शिष्य बने। आज भी सन्त रैदास के उपदेश समाज के कल्याण तथा उत्थान के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने अपने आचरण तथा व्यवहार से यह प्रमाणित कर दिया है कि मनुष्य अपने जन्म तथा व्यवसाय के आधार पर महान नहीं होता है। विचारों की श्रेष्ठता, समाज के हित की भावना से प्रेरित कार्य तथा सद्व्यवहार जैसे गुण ही मनुष्य को महान बनाने में सहायक होते हैं। इन्हीं गुणों के कारण सन्त रैदास को अपने समय के समाज में अत्यधिक सम्मान मिला और इसी कारण आज भी लोग इन्हें श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हैं।
Copyright © 2025 IJRTS Publications. All Rights Reserved | Developed By iNet Business Hub