मादक द्रव्य व्यसन एवं युवा वर्ग
डॉ. गायत्री देवी
Page No. : 25-28
ABSTRACT
वर्तमान समय में समाज की सर्वाधिक ज्वलंत समस्या के रूप में ‘‘युवा वर्ग में ड्रग्स की बढती समस्या’’ को रखा जाना अतिश्योक्ति नही होगी, क्योंकि सर्वविदित है कि किसी भी समाज की संरचना में ‘‘युवा वर्ग’’ ही वह केन्द्र बिन्दु होता है जिसके आसपास ही समाज की प्रगति एवं विकास का लक्ष्य होता है किन्तु यदि युवा वर्ग ही मादक द्रव्य व्यसन के कुचक्र में फंस जाये तो समाज की स्थिति शोचनीय होगी। युवा वर्ग में मादक द्रव्य का सेवन एक ‘‘फैसन’’ सा बन गया है, परिणाम यह है कि मादक द्रव्य को उत्तेजक अनुभव के लिए प्रयोग करने के बाद शनैः शनैः ये नवयुवक इन नशीली दवाओं के अभ्यस्त हो जाते है और ये लतखोर बन जाते है।
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