Archives

  • Home
  • Archive Details
image
image

माधव कौशिक की गजलों में उत्तर-औपनिवेशिक विमर्श: आर्थिक विमर्श

अनीता रानी
Page No. : 10-18

ABSTRACT

माधव कौशिक जन साहित्यकार हैं। वे समाज, संस्कृति व परिवेश से जुड़े हुए हैं। उनके समग्र साहित्य में जनमानस के प्रति उनकी निष्ठा सर्वत्र व्याप्त है। वे समाज के विभिन्न पहलुओं का वर्णन ही नहीं करते अपितु समस्याओं के प्रति साहित्यकार की जिम्मेदारी स्वीकार करके उसका समाधान भी प्रस्तुत करते हैं। माधव कौशिक सामान्य जन के प्रति भी उत्तरदायी हैं। वे प्रत्येक समस्या पर अपना दृष्टिकोण रखते हैं। जनकल्याण के लिए सर्वजन को प्रेरित करने का भी वे कार्य करते हैं। माधव जी अपने कर्त्तव्य में लगातार रत हैं। समाज परिवर्तन का दुसाध्य कार्य करने के लिए वे लगातार संघर्षरत हैं। वे लोगों का सहयोग इसके लिए चाहते हैं परन्तु अगर सहयोग न मिले तो भी कोई बात नहीं है। वे चाहते हैं कि आम लोग सहयोग न सही, कम से कम प्रोत्साहन तो उन्हें जरूर दें ताकि वे अपने कर्त्तव्य पर डटे रहें।


FULL TEXT

Multidisciplinary Coverage

  • Agriculture
  • Applied Science
  • Biotechnology
  • Commerce & Management
  • Engineering
  • Human Social Science
  • Language & Literature
  • Mathematics & Statistics
  • Medical Research
  • Sanskrit & Vedic Sciences
image