महिलाओं के विरुद्ध अपराध समस्याओं के निवारणसंबंधीसुझाव
सुमन देवी, डॉ अनिलकुमार
Page No. : 30-34
ABSTRACT
आज के आधुनिक युगमेंजंहाकंप्यूटरनेटवर्क्सपूरेविश्वमेंफैलचुकेहैंतथाइंटरनेटअपनाजालबनाचुकेहैं, जंहा नित नए अविष्कारहोरहेहैं।विभिन्न क्षेत्रोंमेंमहिलाओं के महत्वताकोस्वीकारकियाजाना शुरू होगयाहै।परन्तुबहुत दुःख के साथ इस सचाईकोभीमाननाहोगा की महिलाओंपरहोनेवालेअत्याचारआजभीकायमहैउनमेंकिसीप्रकार का कोईपरिवर्तननहींआयाहै।सदियों से महिलाओं के ऊपरअत्याचारहोतेहुए आए हैंपरंतुउनकोशिक्षितकरकेतथाआत्मनिर्भरबनाने के कईबड़े-बड़ेदावेहोचुकेहैंतथाकाफीमहिलाएंअपनीपहचानबनाचुकीहैपरंतुफिरभीमहिलाओं की स्थितिमेंपरिवर्तननहींआए हैं।बल्किमहिलाओं के विरुद्ध होरहेअपराधों का ग्राफनिरंतर बढ़ताहीजारहाहै।कहने का तात्पर्य यह हैकिमहिलाओं की दशाकोसुधारने के लिए तथा उन परअत्याचारकोरोकना एक मनुष्य के बस की बातनहींहै।महिलाओं के विषय मेंसबकोअपनीसोचसकारात्मक रखनीहोगी।
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