विश्व में भारतीयों का बोलबाला है। विश्व के कण-कण में भारतीयता की खुशबू समायी हुई है। यहाँ का रहन-सहन, खान-पान, भाषा, पहनावा, रीति-रिवाज़, धर्म संस्कृति एवं संस्कार पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाएं हुए है। भारत के पड़ोस में नगाधिराज हिमालय की गोद में बसा शांति और सौंदर्य का भण्डार आर्य संस्कृति से सुसंस्कृत हिन्दू बाहूल्य देश नेपाल है। उसी के समान प्रकृति की गोद में समाया ज्वालामुखी द्वारा गठित सीप के आकार का माॅरीशस नामक देश छोटे से द्वीप मेडागास्कर के हिन्द महासागर से 500 मील पूर्व में स्थित है। मोती के समान सुन्दर और सफेद माॅरीशस के चारों ओर समुन्द्र तट और मीलों तक फैली रूपाली रेत ही इसका मुख्य आकर्षण है। वास्तव में किसी देश या राष्ट्र का प्राण संस्कृति ही होता है। बिना संस्कृति के किसी राष्ट्र का अस्तित्व ही नहीं रहता। संस्कृति मानव जीवन में होने वाली लौकिक-पारलौकिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनैतिक आदि सम्यक चेष्टाएं एवं हलचल संस्कृति कहलाती है। नेपाल और माॅरिशस के साथ-साथ श्रीलंका, फिजी, बिट्रेन, आस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, अमीरात, अरब आदि देशों में भारतीय संस्कृति का बहुत अधिक प्रभाव है। भारतीय संस्कृति अत्यंत जीवंत, स्र्फूत एवं सक्रिय है जो अपने लचीले भाव से स्पंदित होकत सर्वत्र व्याप्त हो जाती है।
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