माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों की सूचना एवं संचार तकनीकी अभिवृत्ति का अध्ययन
पवन कुमार यादव, डॉ. सुमन शर्मा
Page No. : 17-23
ABSTRACT
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी ने आज यह संभव कर दिया है कि विद्यार्थी अपनी इच्छित सूचनाएं तथा ज्ञान को स्वतः ही अपने ढंग से प्राप्त कर सकें। आज के बालक को वैज्ञानिक, व्यावसायिक और व्यवहारिक शिक्षा की नितांत आवश्यकता है। इस आवश्यकता की पूर्ति हेतु सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के इन साधनों का प्रयोग शिक्षक के लिए अपेक्षित है। कम्प्यूटर व इंटरनेट ने ज्ञान एवं शिक्षा के एक स्वतंत्र बाजार को प्रस्तुत किया है जिससे शिक्षक एवं शिक्षार्थी दोनो अपनी आवश्यकता के अनुसार ज्ञानार्जन कर सकते है। इंटरनेट ने अधिगम प्रक्रिया को अत्यन्त सरलीकृत तथा सुविधाजनक रूप में प्रस्तुत किया है। ई-मेल की सहायता से सूचनाओं का आदान-प्रदान पलक झपकते ही होता है। एक अध्यापक अपने कक्षा-कक्ष में बैठकर दुनिया के किसी भी देश के किसी भी विद्यालय में हो रहे शैक्षणिक नवाचारों को प्राप्त कर उन्हें अपने विद्यार्थियों तक पहुँचा सकता है। कक्षा-कक्ष में वह दूरदर्शन, रेडियो एवं इन्टरनेट द्वारा शिक्षा के नवीन परिवर्तनों की जानकारी दे सकता है। सूचना एवं संप्रेषण प्रौद्योगिकी को अति आवश्यक मानकर इसका प्रयोग शिक्षा में लगातार बढ़ता जा रहा है। शक्तिशाली, सस्ते, बड़े पैमाने पर उत्पादित कंप्यूटर-ऑन-ए-चिप के उद्भव के साथ, तस्वीर मौलिक रूप से बदल गई है।
आज सूचना समाज विभिन्न नई चुनौतियों और अवसरों से गुजर रहा है- जैसे, सूचना पेशेवर कौशल, सूचना प्रबंधन कौशल और अप-टू-डेट विषय ज्ञान। कंप्यूटर और दूरसंचार प्रणाली का समर्थन करने वाली उभरती प्रौद्योगिकियां व्यवसाय, उद्योगों और शिक्षा में उत्पादक तरीके से नए आयाम प्रदान करती हैं।
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