अमरकांतकोनईकहानी के सशक्तहस्ताक्षर के रूपमेंनिर्विवाद रूप से स्वीकारकियाजासकताहै।उनकीकहानियांेमेंनिम्नमध्यमवर्गीय पात्र यथार्थवादी दृष्टिकोण के साथ-साथराष्ट्रीय भावनाकोभीअभिव्यक्तकरतेहैं। इस प्रकार की स्त्रियों की जिजीविषा का मूल व मूल्य अमरकांतजी के कथासाहित्य मेंस्पष्ट मिल जाताहै। बस, खेद यहीहैकिनारी की क्षमताओंकोपूर्णअभिव्यक्तिनहीं मिल पाती।
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