संगीत भावविभन्यक्ति की कला है। यह अवन्ति है जो मानव समाज की कलात्मक उपलब्धि है। यह मानव सृष्टि तथा प्रकृति के कण-कण में है। आज शिक्षण संस्थाओं में पाठ्यक्रम को सही दिशा-निर्देश देने की अत्यन्त आवश्यकता है। छात्रों को उत्साहित करने वाले शिक्षकों की आवश्यकता है। अतः हम सबको मिलकर वैदिक संगीत को जिन्दा रखने के लिए शिक्षण में आई चुनौतियों को दूर करना होगा।
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