दलितपन के पीछे कौन ? ‘घुटन’ आत्मकथा के परिप्रेक्षय में
डॉ. फूल कुमार
Page No. : 35-40
ABSTRACT
डॉ. रमाशंकर आर्य ने अपनी आत्मकथा को ‘घुटन’ नाम दिया है । डॉ. रमाशंकर आर्य का जन्म बक्सर जिले के सुदूर देहात में, एक दलित परिवार मंे हुआ । प्रारम्भिक शिक्षा गांव के स्कूल मंे ही प्राप्त की, उच्च शिक्षा के लिए बक्सर, आरा, बनारस और पटना तक गये । उनके पिता जेल मं सिपाही थे । उन्हे आर्यसमाज की शिक्षाओं से बड़ा लगाव था उसी के स्वरूप डा. रमाशंकर राम डा. रमा शंकर आर्य बन गए । डा. रमा शंकर आर्य बिहार कॉलेज सेवा आयोग के सदस्य प्रधानाचार्य बी.डी. इवनिंग कॉलेज, मीठापुर (मगध वि.वि.) पटना। प्रति कुलपति, कुलपति, वीर कंुवर सिंह वि.वि. आरा भोजपुर रहे ।
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