मानव अधिकार वे प्राकृतिक अधिकार हैं जो प्रत्येक व्यक्ति को मानव होने के नाते प्राप्त होते हैं। मानव जाति कई विश्व युद्धो की त्रासदी से गुजरी है। संघर्ष, हिंसा, दमन, उत्पीड़न का एक लम्बा सिलसिला मानव जाति के साथ जुड़ा है। यद्यपि संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन विश्व शांति बनाए रखने के लिए हुआ और उसने मानवाधिकारों की रक्षा हेतु घोषणा पत्र जारी किया। विश्व के कई राष्ट्रों के साथ-साथ भारत ने भी आजादी के बाद नया संविधन बनाया और उसमें संयुक्त राष्ट्र संघ के सार्वभौमिक घोषणा पत्र के परिप्रक्ष्य में मानवाधिकारों की रक्षा हेतु मौलिक अधिकारों को सम्मिलित किया।
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